Sunday, 3 December 2023

मेरी अनकही बातें

 सुबह जागने के समय वाला ख्याल हो तुम,

रात में जो बेचैनी से सोने न दे वो याद हो तुम।

हर पल जो मन में चले वो बात हो तुम।

अब याद नहीं करना कुछ, खुद से कहने के बाद जो दिल में फिर से आ जाए वो याद हो तुम।

आँखों में अगर छलके तो वो जजबात हो तुम।

रास्ते अलग होकर भी जहाँ दिल थम जाए, वो मुकाम हो तुम। जो भूल कर भी न भुलाया जाए, वो एहसास हो तुम।

- ojasweeta

Saturday, 7 October 2023

यादें

 कुछ बातें कहकर, कुछ गाने सुनाकर,

प्यार का इज़हार तुम भी तो किया करते थे। ये सुनो, इसमें भी इसे महसूस करो ऐसा बताया करते थे। फिर उन एहसासों को भुलकर, उन बातों को कहीं दूर छोड़ कर तुम तो आगे बढ़ जाना, मेरे लिए वो एहसास ही काफी है, कभी बिताए जो पल, वो यादें ही काफी हैं। अगर कभी मुश्किल हुआ सफर तो तेरे भेजे हुए गाने ही काफी हैं...

Monday, 12 June 2023

मेरी अनकही बातें

फिर से किसी का खयाल आ रहा है दिल में,

लगता है मुझे फिर से प्यार हो रहा है.

प्यार भी है और चाहत भी, खौफ भी है टूटने का और जज्बा भी बेखौफ उठने का।

सुनो, पसंद हो तुम मुझे, अगर पूछो की तुमने क्या, तो सुनो। 

पसंद है मुझे तुम्हारी शरारती आँखें, 

तुम्हारी बेहकी-बेहकी सी बातें, 

तुम्मे तुम्हारा ख्याल और खयालों में खोने का एहसास.

मेरे उलझे सवालों के सुलझे जवाब हो तुम,

मेरी बेचैनी के पीछे का बवाल हो तुम.

समझ नहीं आता क्या बयाँ करूं मैं, 

खयालों में तुम्हारा साथ का एहसास 

या फिर साथ में तुम्हारे खयालों का एहसास.

मेरी अधूरी सी कविता की तरह हो तुम जिसे मैं पूरा करना तो चाहती हूँ,

पर अल्फ़ाज़ नहीं मिलते।

पूछा तुमने की याद नहीं आती क्या। 

अब क्या कहूँ तुमसे, तुम्हे याद किए बिना तो नींद भी नहीं आती.

मेरी कुछ अनकही बातें दिल से होकर लफ़्ज़ों पर आते आते ही रुक जाती हैं. 

बयां नहीं कर पाती तो आँखों से होकर गुज़र जाते हैं।

रात में सोने से पहले वाली याद हो तुम और सुबह जिसके साथ उठी वो एहसास हो तुम। 

मेरी बंद आँखों का ख्वाब हो तुम। मेरी ज़िंदगी का एक राज़ हो तुम।

जो पूछा तुमने की दिल में जो है वो कहो तो सुनो, 

दिल में हो तुम, तुम्हारी यादें, तुम्हारी बातें, हमारी मुलाकातें और उस मुलाकात में होने वाली बातें।

अब भी पूछोगे क्या दिल में क्या है? 

यकीन ना हो तो हाथ थामो मेरा, तुम्हें मेरे दिल तक ले चलूँगी। 

आंखें बंद करके तुम्हें तुमसे मिलाने ले चलूँगी।

तुम्हारे साथ से नहीं, मुझे तुम्हारे इंतज़ार से भी प्यार है। 

सिर्फ़ बातों से नहीं, खयालों से भी प्यार है। 

इज़हार अगर मैं करूँ तो लफ़्ज़ कम पड़ जाएंगे, मुझे तुम्हारे होने का एहसास से भी प्यार है।

एक सवाल खुद से?

 इंतज़ार कर रहे हो जिसका तुम, उसके आने पर उसके नहीं हो पाओगे, तो किसकी इंतज़ार में रातें बिताओगे? जहां जाना था तुम्हें, वहां जाकर भी सुकून न...