Sunday, 3 December 2023

मेरी अनकही बातें

 सुबह जागने के समय वाला ख्याल हो तुम,

रात में जो बेचैनी से सोने न दे वो याद हो तुम।

हर पल जो मन में चले वो बात हो तुम।

अब याद नहीं करना कुछ, खुद से कहने के बाद जो दिल में फिर से आ जाए वो याद हो तुम।

आँखों में अगर छलके तो वो जजबात हो तुम।

रास्ते अलग होकर भी जहाँ दिल थम जाए, वो मुकाम हो तुम। जो भूल कर भी न भुलाया जाए, वो एहसास हो तुम।

- ojasweeta

एक सवाल खुद से?

 इंतज़ार कर रहे हो जिसका तुम, उसके आने पर उसके नहीं हो पाओगे, तो किसकी इंतज़ार में रातें बिताओगे? जहां जाना था तुम्हें, वहां जाकर भी सुकून न...