सुबह जागने के समय वाला ख्याल हो तुम,
रात में जो बेचैनी से सोने न दे वो याद हो तुम।
हर पल जो मन में चले वो बात हो तुम।
अब याद नहीं करना कुछ, खुद से कहने के बाद जो दिल में फिर से आ जाए वो याद हो तुम।
आँखों में अगर छलके तो वो जजबात हो तुम।
रास्ते अलग होकर भी जहाँ दिल थम जाए, वो मुकाम हो तुम। जो भूल कर भी न भुलाया जाए, वो एहसास हो तुम।
- ojasweeta